कुछ लोग मिले ....
सुख दिए
बँटाये भी
कुछ दुःख भी
पर बँटाये नहीं;
अच्छे लोग थे
मैं भी ऐसा ही करता हूँ
यही नियति है l
नि:स्तब्धता, नीरवता,अकेलापन
मेरे चिर-परिचित साथी
विश्वास है,ये मुझे कभी
धोखा नहीं देंगे
यह हताशा नहीं है
यही सत्य है
असफलता
कोई दोष नहीं है...
बस पदचिह्न है
एक कोशिश का....
बस कोशिश है अच्छी कोशिश जारी रखिये .......
जवाब देंहटाएंसुनील जी यह कोशिश पन्द्रह वर्ष पुरानी है जो अभी भी जारी है..... शुक्रिया
हटाएंविश्वास शाश्वत है ....बनाए रखना जितना आवश्यक है उतना ही कठिन है अपने विश्वास पर विश्वास बनाए रखना !
जवाब देंहटाएंजय हो !
त्रिवेदी जी सही कहा आपने.....
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