tag:blogger.com,1999:blog-5339031668806243832.post7358584746048296140..comments2023-10-25T03:41:26.775-07:00Comments on मीठा भी गप्प,कड़वा भी गप्प: मातृदिवस पर... निर्दोष 'कान्तेय'http://www.blogger.com/profile/12905557187487767716noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5339031668806243832.post-80340650220160640492013-05-14T02:30:01.482-07:002013-05-14T02:30:01.482-07:00बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
माँ को नमन!बहुत सुन्दर प्रस्तुति!<br />माँ को नमन!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5339031668806243832.post-76896493740850160372013-05-13T03:04:37.476-07:002013-05-13T03:04:37.476-07:00सच कहा है ... माँ के आँचल की छाँव सदा रहती है ...सच कहा है ... माँ के आँचल की छाँव सदा रहती है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5339031668806243832.post-11268874284031179892013-05-12T19:34:17.413-07:002013-05-12T19:34:17.413-07:00पता ही ग़लत दे गए जन्नत का नामुराद...
अरे.. वो तो ...पता ही ग़लत दे गए जन्नत का नामुराद...<br />अरे.. वो तो यहीं थी मेरी माँ में पावों में............. <br />ऐसी रचनाये सदा नवीन होती है खुबसूरत दिल के करीब Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.com